अखिल भारतीय किसान महासभा बिहार राज्य परिषद की बैठक
राम आधार सिंह
अखिल भारतीय किसान महासभा बिहार राज्य परिषद की बैठक 18 नवंबर को पटना में का, विसेश्वर यादव ,चन्दर दिप सिंह,शंभू मेहता अलख नारायण चौद्धरी कीअधेच्छता में संपन्न हुई।बैठक में महासचिव का,राजाराम सिंह, विधायक सुदामा प्रसाद , विधायकदल के नेता का महबूब आलम राष्ट्रीयउपाधयक्ष कृष्नदेव यादव सहित 17 जिलों से 44सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में शहीदों , दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि देने के बाद अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी जनभागीदारी के साथ दिल्ली में 26 27 को राष्ट्रीय रैली तथा बिहार में संयुक्त रुप से बिहार के तमाम प्रखंड अनुमंडल जिला मुख्यालयों पर महा धरना आयोजित करने के संदर्भ में फैसला लिया गया।
ज्ञातव्य हो कि मोदी की सरकार ने खेती और किसानी से संबंधित तीन तीन काले कानून तथा किसान विरोधी तथाबिजली उपभोक्ता विरोधी बिजली बिल 2020 लाया है, सभी काले कानून किसानों से जमीन व कृषि छीनकर कारपोरेट घरानों पूंजीपतियों को सौंप देने वाली है। इसके खिलाफ आज देश के लगभग 500 किसान संगठन महीनों से लड़ रही है बावजूद केंद्र की सरकार उक्त कानूनों को वापस नहीं ले रही है। उक्त कानून को वापस लेने के लिए और भी धारदार व लगातार आंदोलन चलाने की जरूरत है।
इसी दिशा में अखिल भारतीय किसान महासभा बिहार के तमाम ब्लॉक पर महा धरना का आयोजन करेगा, इस संदर्भ में पर्चा भी निकाले गए हैं साथ ही धरना से पूर्व प्रचार के अन्य तरीके भी अपनाए जाएंगे। बैठक में महासचिव ने कार्यक्रम व तीनों अध्यादेश पर विस्तार से बातें रखी। बैठक को भाकपा माले के विधायक दल के नेता कामरेड महबूब आलम जी ने भी संबोधित किया। समापन के दौरान कामरेड केडी यादव ने भी अपनी बातों को रखा।
बिहार में उक्त मांग के अलावे अपने अपने क्षेत्र से संबंधित अन्य मांग जो प्रमुख होंगे उसे अन्य मांग में जोड़ लेंगे जैसे कड़वन जलाशय निर्माण की मांग। बैठक में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरह बिहार सरकार से यह मांग की गई उक्त कानून को बिहार में प्रस्ताव लेकर निरस्त करें।
राज्य सचिव डॉ रामाधार सिंह बैठक को कनक्लूड करते हुए साथियों से आग्रह किया की इसे प्रभावी रूप से किसानों की बड़ी भागीदारी के साथ तथा मुद्दों को व्यापक किसानों में प्रचार करते हुए संपन्न करें
रामाधार सिंह राज्य सचिव बिहार अखिल भारतीय किसान महासभा