सफल रहा किसानों का राष्ट्रव्यापी रेल चक्का जाम
18 फरवरी 2021- किसान संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 18 फरवरी को पूरे देश में किसानों ने रेल पटरियों पर धरना प्रदर्शन कर 4 घण्टे रेल जाम किया। किसान विरोधी तीनों काले कानून की वापसी, फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी और किसान आंदोलनकारियों व आंदोलन का समर्थन करने वालों पर फर्जी मुकदमे वापस लेने की मांग पर आयोजित यह कार्यक्रम पूरे देश में सफल रहा।
दोपहर 12 बजते ही देश भर में किसानों के जत्थे रेल पटरियों और रेलवे स्टेशनों पर धरने प्रदर्शन के लिए पहुंच गए। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बिहार, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, जैसे राज्यों में किसानों के रेल जाम कार्यक्रम का व्यापक असर हुआ।
किसानों के इस चक्काजाम को वाम पार्टियों और कई जन संगठनों का भी समर्थन था। भाकपा माले, आइसा, एक्टू, अखिल भारतीय ग्रामीण एवं खेत मजदूर सभा के कार्यकर्ता भी किसानों के साथ उतरे। कई जगहों पर आंदोलनकारी किसानों की पुलिस से झड़प भी हुई। मध्य प्रदेश, बिहार सहित कई जगहों पर आंदोलनकारी किसानों को गिरफ्तार भी किया गया। अखिल भारतीय किसान महासभा ने सभी गिरफ्तार आंदोलनकारियों को तत्काल रहा करने की मांग की है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में धरने पर बैठे किसानों पर आर एस एस, बजरंग दल द्वारा हमला के खिलाफ और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ रेल का चक्का जाम कार्यक्रम हुआ।
आमतौर पर सभी जगह अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर से विरोध कार्यक्रम को संपन्न किया गया, पटना जिला में पटना जंक्शन के एक नंबर प्लेटफार्म पर रेल को रोका गया पुलिस के साथ प्रतिवाद के बाद स्टेशन परिसर में सभा की गई जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यालय सचिव राजेंद्र पटेल बिहार राज्य किसान सभा जमाल रोड के मणिकांत ठाकुर अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के विश्वजीत बिहार राज्य किसान सभा के दार भवन के नेता के साथ साथ जय किसान आंदोलन के ऋषि आनंद आदि शामिल थे।
बिहटा स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर विरोध सभा की गई जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राजेश गुप्ता ने किया।
शेखपुरा में रेल रोका गया जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य परिषद सदस्य कमलेश मानव ने किया
जहानाबाद में पुलिस के विरोध के बावजूद भी प्लेटफार्म पर प्रतिवाद सभा की गई जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह बिहार राज्य किसान सभा के नरेंद्र शर्मा अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर सभा के नेता उमाशंकर वर्मा ने किया।
नवादा में रेलवे ट्रैक पर विरोध सभा की गई जिसका नेतृत्व भोलाराम किशोरी प्रसाद आदि ने किया।
मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस के स्मारक से मार्च निकालकर मुजफ्फरपुर स्टेशन पर विरोध सभा किया गया जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से जितेंद्र यादव ने किया।
पटना के सचिवालय हाल्ट पर भी कार्यक्रम संपन्न हुआ
पटना जिला 2Fके मसौढ़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही एक्सप्रेस गाड़ी आई पुलिस के झड़प के बावजूद भी प्रदर्शनकारी किसान रेलवे ट्रैक तक गए तथा विरोध प्रदर्शित किए जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव कृपा नारायण सिंह ने किया सीपीएम के किसान संगठन केभीसाथी वहां मौजूद थे
वैशाली जिला में हाजीपुर जंक्शन पर रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया गया जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर यादव ने किया
इसी जिला के वैशाली में ट्रैक पर किसान इकट्ठा होकर विरोध सभा किया जिसका नेतृत्व रामचंद्र राय ने किया
वैशाली जिला के लालगंज स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व डॉक्टर प्रेमा देवी ने की।
बक्सर जिला में ब्लॉक पर किसानों ने धरना देकर विरोध प्रदर्शित किया धनसोई ब्लॉक के धरना का नेतृत्व किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष अलख नारायण चौधरी ने किया।
बिहार में 17 फरवरी से हैं मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो गई थी इसीलिए इस कार्यक्रम को 2 बजे दिन से 4:00 बजे संध्या तक ही सीमित किया गया था।